5G Network: क्या आप 5G पांचवी पीढी की सेलुलर नेटवर्क तकनीक के बारे में जानते है?

5G की शुरूआत भारत में बहुत जल्दी होगी। दूरसंचार विभाग (DOT) के मुताबिक 2022 के जाते-जाते भारत के लगभग 13 शहरों में 5G नेटवर्क की सुविधा शुरू की जाएगी। उन 13 शहरों के नाम इस प्रकार हैं – दिल्ली, गांधीनगर, पुणे, जामनगर, चंडीगढ़, बैंगलोर, लखनऊ, अहमदाबाद, हैदराबाद, चेन्नई, कोलकाता, मुंबई, गुरूग्राम।

ऐसा माना जा रहा है कि 5G नेटवर्क में बिजली की रफ्तार से भी जल्दी डेटा ट्रांसफर हो सकता है। इसका अनुमान आप इस बात से लगा सकते हैं कि 3 घंटे कि फिल्म भी 1 सैकेंड से कम समय में डाउनलोड हो सकती है।

ऐसा माना जा रहा है कि 5G नेटवर्क में बिजली की रफ्तार से भी जल्दी डेटा ट्रांसफर हो सकता है। इसका अनुमान आप इस बात से लगा सकते हैं कि 3 घंटे कि फिल्म भी 1 सैकेंड से कम समय में डाउनलोड हो सकती है।

एक ही नेटवर्क से एक ही समय पर एक साथ अनेक डिवाइस जोड़े जा सकते हैं। संभावना है कि मोबाइल की बैटरी वर्तमान की तुलना में कम इस्तेमाल होगी।

यदि मोबाइल का tower दूर हुआ तब भी 5G नेटवर्क की सुविधा होने से इंटरनेट उपयोग करने में असुविधा नहीं होगी।

5G के कारण इंटरनेट की स्पीड बढ़ने से भारतीय अर्थव्यवस्था में भी फायदा पहुँचेगा अर्थात व्यापार में अत्यधिक सहयोगी सिद्ध होगा। हम यह स्पष्ट रूप से जानते हैं कि कोरोना काल के बाद इंटरनेट की आवश्यकता अधिक बढ़ गई है, चाहे पढ़ाई के क्षेत्र में हो या व्यपार के क्षेत्र में हो। परिणाम स्वरूप इंटरनेट की स्पीड तेज होने से काम भी जल्दी होंगे।

माना जा रहा है कि 5G को 2035 तक पूर्ण रूप से उपयोगी बनाया जा सकता है। लगभग 60 से अधिक देशो में 2019 से ही वाणिज्यिक के लिए 5G नेटवर्क की तैनाती की जाने लगी है। 5G नेटवर्क शुरू होने के परिणाम स्वरूप 5G मोबाइल की सुविधा भी शुरू हो गई है।

वर्तमान में नेटवर्क प्रोवइडर द्वारा 5G नेटवर्क के मूल्य (कीमत) पर किसी प्रकार की कोई घोषणा नहीं की गई है। लेकिन माना यह जा रहा है कि 5G नेटवर्क के लिए भी 4G नेटवर्क जितनी ही कीमत चुकानी पड़ेगी।

एक ही नेटवर्क से एक ही समय पर एक साथ अनेक डिवाइस जोड़े जा सकते हैं। संभावना है कि मोबाइल की बैटरी वर्तमान की तुलना में कम इस्तेमाल होगी।