Motivation : शराब पीने वालों, खुद को क्यों खो रहे हो? सोचो, क्या यही मकसद था? | Drinkers, Why Are You Losing Yourself? Think, Was This The Purpose?

Motivation : शराब पीने वालों, खुद को क्यों खो रहे हो? सोचो, क्या यही मकसद था? | Drinkers, Why Are You Losing Yourself? Think, Was This The Purpose?

विषय (Subject)

हम बात करेंगे शराब और अन्य नशों के जाल में फंसे लोगों के बारे में। क्या यही ज़िंदगी जीने का सही तरीका है? क्या ईश्वर ने हमें इसी मकसद के लिए भेजा था? जानिए, नशा कैसे हमारे जीवन और किरदार को नुकसान पहुंचा रहा है।

नमस्कार दोस्तों, आज हम एक बहुत ही ज़रूरी मुद्दे पर बात करेंगे—शराब और नशा। हर किसी के जीवन में कभी न कभी एक मोड़ आता है, जब वो खुद से ये सवाल पूछता है, “क्या मैं सही कर रहा हूँ?” लेकिन अफ़सोस की बात ये है कि बहुत से लोग इस सवाल का जवाब खोजने के बजाय खुद को नशे में डुबो लेते हैं।

दोस्तों, शराब पीने वालों को कोई नहीं रोक रहा है, ज़हर पीने वालों को कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। आप कहेंगे, “यार, मेरी लाइफ है, मैं जो चाहूँ कर सकता हूँ।” बिलकुल कर सकते हो! लेकिन सोचिए, क्या सच में यही करने के लिए आपको दुनिया में भेजा गया था?

शराब पीना क्या यही मकसद था? (Was This The Purpose Of Drinking Alcohol?)

1) शराब से नुकसान: शराब सिर्फ आपकी सेहत को ही नहीं, बल्कि आपके रिश्तों और आपकी पहचान को भी खत्म कर देती है। आप मानें या न मानें, पर शराब आपको धीरे-धीरे अंदर से खोखला कर देती है। यह आपके दिमाग, आपके दिल और आपके आत्मसम्मान को कमजोर करती है। और सबसे बड़ी बात, यह आपके किरदार को धूमिल करती है।

2) नशे की लत: नशे का जाल ऐसा है कि एक बार आप इसमें फंस गए, तो निकल पाना मुश्किल हो जाता है। और फिर आप खुद से यही सवाल पूछते रह जाते हो कि “मैं कहाँ फंस गया?” नशे में पहले मज़ा आता है, लेकिन धीरे-धीरे ये आपको बर्बाद करने लगता है। न सिर्फ आपका शरीर, बल्कि आपकी सोच, आपका भविष्य और आपकी पहचान सब कुछ धीरे-धीरे धुंधला हो जाता है।

3) ईश्वर का मकसद: दोस्तों, ईश्वर ने हमें इस धरती पर एक खास मकसद के लिए भेजा है। ये ज़िंदगी हमें जीने के लिए दी गई है, न कि इसे बर्बाद करने के लिए। क्या आपने कभी सोचा है कि आपके जन्म का उद्देश्य क्या है? क्या आपको सिर्फ शराब के नशे में खो जाने के लिए इस दुनिया में लाया गया है? क्या यही आपका किरदार है?

4) सही रास्ता चुनना: आज के इस मॉडर्न युग में हमें लगता है कि मज़े करना ही सब कुछ है। लेकिन क्या यही असली मज़ा है? असली मज़ा तो तब है जब आप अपनी जिंदगी को किसी अच्छे मकसद के लिए जीते हो। जब आप अपने परिवार, अपने दोस्तों, और समाज के लिए एक मिसाल बनते हो। जब आप अपने लिए एक ऐसी पहचान बनाते हो जिस पर आपको गर्व हो।

5) बदलाव की शुरुआत: अगर आप या आपका कोई करीबी नशे की चपेट में है, तो बदलाव की शुरुआत खुद से करें। सबसे पहले इस बात को समझें कि नशा किसी समस्या का हल नहीं है, बल्कि ये एक और बड़ी समस्या खड़ी कर देता है। आप सोचते होंगे कि आप नशे से अपनी परेशानियों को भुला सकते हैं, लेकिन हकीकत यह है कि नशा आपकी परेशानियों को और बढ़ा देता है।

निष्कर्ष (Conclusion)

इस जीवन को एक तोहफे की तरह समझें। अपने किरदार को बचाएं, अपने भविष्य को संवारें। शराब और नशा किसी भी समस्या का समाधान नहीं है, बल्कि यह आपकी समस्याओं की जड़ है।

शराब पीने वालों, खुद को क्यों खो रहे हो? सोचो, क्या यही मकसद था?

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