Study Material : पूंजीवाद समर्थक अमेरिका का वर्चस्व | Supremacy of pro-Capitalist America

पूंजीवाद समर्थक अमेरिका का वर्चस्व  Study Material

अमेरिका का परिचय (Introduction to America)

अमेरिका दुनिया का एक शक्तिशाली देश है जो अर्थव्यवस्था, संस्कृति, राजनीति और आर्थिक शक्ति के क्षेत्र में बहुत अधिक महत्व रखता है। अमेरिका विश्व के अन्य देशों के साथ व्यापक अर्थव्यवस्था वाला देश है जो दुनिया के कुछ सबसे बड़े उत्पादकों, उद्योग विकासकों, वित्तीय बाजारों, वैज्ञानिक और प्रौद्योगिक उन्नयन केंद्रों में से एक है। अमेरिका दुनिया में सबसे ताकतवर देशों में से एक है और उसका वर्चस्व विश्व के अन्य देशों को दिखाई देता है।

अमेरिका के वर्चस्व का कारण (America’s supremacy)

अमेरिका का वर्चस्व दुनिया पर कई कारणों से होता है। निम्नलिखित मुख्य कारण इस प्रकार हैं-

अमेरिका की आर्थिक शक्ति – अमेरिका दुनिया की सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति में से एक है। इसकी अर्थव्यवस्था विश्व की सबसे बड़ी और सबसे व्यवस्थित है, परिणाम स्वरूप यह दुनिया भर में उत्पादों और सेवाओं का बड़ा निर्यातक बना हुआ है।

वित्तीय शक्ति – अमेरिका विश्व के सबसे बड़े वित्तीय बाजारों में से एक है। इसकी वित्तीय शक्ति विश्व के अन्य देशों को प्रभावित करती है और अमेरिकी रिजर्व बैंक विश्व की सबसे बड़ी राष्ट्रीय बैंक है।

संस्थाओं का विकास – अमेरिका के पास दुनिया के सबसे बड़े वैज्ञानिक और प्रौद्योगिक उन्नयन केंद्र हैं। इसके साथ-साथ, अमेरिका के पास सबसे बड़ी विश्वविद्यालय और रिसर्च केंद्र हैं जो दुनिया भर में शोध और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

सेना और रक्षा क्षमता – अमेरिका दुनिया की सबसे अधिक ताकतवर सेनाएँ रखता है। इसके पास अत्यधिक विस्तृत सैन्य बल हैं और उसके रक्षा बजट दुनिया के अन्य देशों के रक्षा बजट से अधिक है।

विदेश नीतियों का प्रभाव – अमेरिका विदेश नीतियों का महत्वपूर्ण नेता है। इसके अधिकांश राजनैतिक और आर्थिक निर्णय विश्व की स्थापित प्रणालियों पर असर डालते हैं।

भाषा और संस्कृति का अधिकार – अंग्रेजी भाषा विश्व की अधिकांश भाषाओं में से एक है जिसका अमेरिका में प्रमुख भाषा होने का योगदान है। अमेरिकी संस्कृति दुनिया भर में बहुत लोकप्रिय है और उसकी मीडिया दुनिया भर में व्यापक रूप से फैली हुई है।

यह कुछ मुख्य कारण हैं, जिस वजह से अमेरिका का वर्चस्व दुनिया पर रहता है।

पूंजीवाद क्या है? (What is Capitalism?)

पूंजीवाद एक आर्थिक सिद्धांत है, जिसमें व्यापक तौर पर निजी स्वामित्व, नियंत्रण और निवेश के माध्यम से आर्थिक विकास को प्रोत्साहित किया जाता है। यह विश्व के विभिन्न क्षेत्रों में आधुनिक उद्यमों, वित्तीय संस्थाओं, बैंकों और बड़ी कंपनियों में व्यापक रूप से अपनाया जाता है।

पूंजीवाद का उद्देश्य निवेशकों को अधिक लाभ कमाने और उत्पादकता और आय को बढ़ाने के लिए कंपनियों को संचालित करने की अनुमति देना है। इसलिए, पूंजीवाद का मुख्य उद्देश्य होता है कि निजी निवेशक और कंपनियां स्वतंत्र रूप से अपनी आर्थिक गतिविधियों को निर्धारित करें और उन्हें नियंत्रित करें।

हालांकि, पूंजीवाद का अपना भी एक मानवीय अर्थ होता है। कुछ लोग इसे समाज के दायित्वों और संबंधों के खिलाफ होने का कारण भी मानते हैं। उन्होंने कहा है कि यह आदमी को उसकी स्वार्थपरता की ओर ले जाने का रास्ता है। जो उसके आस-पास के समाज की समृद्धि को बढ़ाने के लिए शुरूआत में पूंजीवाद एक उपयोगी आर्थिक सिद्धांत हो सकता है, लेकिन इसके साथ ही इसके कुछ दुष्परिणाम भी होते हैं। यह उत्पादकता और संवृद्धि को बढ़ाता है, लेकिन इससे सामाजिक असमानता, आर्थिक विसंगति, विकास में असमानता और पर्यावरण की ध्वस्तता जैसी कई समस्याएं उत्पन्न होती हैं।

इसके अलावा, पूंजीवाद अक्सर उद्यमियों और धनवान लोगों के हाथों में होता है और सामान्य लोगों को लाभ नहीं पहुँचता है। इससे निजीकरण, नौकरियों की कमी, और विपणन में एकतरफा वितरण जैसी समस्याएं होती हैं।

इसलिए, इसे सिद्धांत के रूप में स्वीकार करने से पहले हमें समझना होगा कि पूंजीवाद के प्रभावों के साथ हम अपने समाज को कैसे संतुलित रख सकते हैं और यह कैसे सुनिश्चित किया जा सकता है कि सभी लोग उसके लाभों से प्राप्त हों।

अमेरिका पूंजीवाद का समर्थन क्यों करता है? (Why Does America Support Capitalism?)

अमेरिका पूंजीवाद का समर्थन करता है क्योंकि इसे एक मजबूत अर्थव्यवस्था के लिए आवश्यक मानता है। अमेरिका मानता है कि पूंजीवाद सबसे अच्छा तरीका है व्यापार, वित्त और अर्थव्यवस्था के विकास के लिए। अमेरिका के व्यापार विदेशी बाजारों में व्यापार करने और अपने उत्पादों की निर्यात करने में मदद मिलती है।

अमेरिका यह भी मानता है कि पूंजीवाद के माध्यम से आर्थिक विकास और संगठनता होती है। जो लोगों को नौकरियों और अधिक संभवता के साथ जीवन के अधिक सुखदायक अनुभवों के लिए मदद करता है। इसके अलावा, अमेरिका को यह भी महत्वपूर्ण लगता है कि अर्थव्यवस्था को विस्तारित करने के लिए पूंजीवाद के साथ आवश्यक नियमों और संरचनाओं के पालन से आवश्यक स्थिरता और विश्वास होता है।

अमेरिका पूंजीवाद को व्यापार और अर्थव्यवस्था के विकास का बेहतर तरीका मानता है, परिणाम स्वरूप वह पूंजीवाद का समर्थन करता है।

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By Sunaina

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